Bachho ko phone dekhna kyun hai pasand (बच्चों को फ़ोन देखना क्यों है पसंद): आजकल के समय में, जब बच्चों के सामने भोजन परोसा जाता है, तो अक्सर उनकी एक ही मांग होती है—फोन या टीवी पर उनका पसंदीदा कार्टून शो। यह प्रवृत्ति लगभग हर घर में देखने को मिलती है। माता-पिता भी कई बार बच्चों को खाना खिलाने के लिए फोन या टीवी का सहारा लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि बच्चे खाने के समय कार्टून देखना क्यों पसंद करते हैं? इस लेख में हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे और इसके पीछे के कारणों को समझने की कोशिश करेंगे।
1. कार्टून देखने का आकर्षण
बच्चों के लिए कार्टून एक मनोरंजन का बड़ा स्रोत होते हैं। उनके रंग-बिरंगे चरित्र, मजेदार कहानियाँ, और अनोखे संवाद बच्चों को बहुत आकर्षित करते हैं।
रंगीन और चलायमान दृश्य
बच्चे स्वाभाविक रूप से चमकीले रंगों और चलायमान वस्तुओं की ओर आकर्षित होते हैं। कार्टून शो में रंगीन और चलायमान दृश्य बच्चों के ध्यान को पूरी तरह से खींच लेते हैं। जब बच्चे टीवी या फोन पर कार्टून देखते हैं, तो वे पूरी तरह से उसमें डूब जाते हैं और खाने पर ध्यान नहीं देते।
मजेदार और सरल कथानक
कार्टून की कहानियाँ सरल और मजेदार होती हैं, जो बच्चों की समझ के अनुसार होती हैं। ये कहानियाँ उन्हें हंसाती हैं, रोमांचित करती हैं और भावनात्मक रूप से जुड़ने का मौका देती हैं। जब बच्चे इन कहानियों में मग्न होते हैं, तो वे बिना किसी परेशानी के खाना खा लेते हैं।
2. खाने के साथ कार्टून देखने की आदत
अक्सर माता-पिता बच्चों को खाना खिलाने के लिए कार्टून का सहारा लेते हैं। यह आदत धीरे-धीरे बच्चों की दिनचर्या का हिस्सा बन जाती है।
माता-पिता की सुविधा
आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी में माता-पिता के पास समय की कमी होती है। ऐसे में, वे बच्चों को जल्दी से खाना खिलाने के लिए फोन या टीवी का सहारा लेते हैं। इससे बच्चों को खाना खिलाने में आसानी होती है और माता-पिता का समय भी बचता है।
बच्चों की जिद
अगर बच्चे खाना नहीं खा रहे होते, तो माता-पिता उनकी जिद के आगे हार मानकर उन्हें कार्टून देखने देते हैं। यह जिद धीरे-धीरे आदत में बदल जाती है, और बच्चे खाना तभी खाते हैं जब उनके सामने कार्टून चल रहा हो।
3. भोजन से ध्यान भटकाना
खाने के समय कार्टून देखने का एक बड़ा कारण यह भी है कि बच्चे खाने को लेकर चूज़ी हो सकते हैं।
पसंद नापसंद से ध्यान हटाना
कई बच्चे सब्जियों या अन्य पोषक खाद्य पदार्थों को खाने से कतराते हैं। ऐसे में, कार्टून देखने से उनका ध्यान भोजन की पसंद-नापसंद से हट जाता है और वे बिना किसी शिकायत के खाना खा लेते हैं।
खाने की मात्रा बढ़ाना
कुछ माता-पिता मानते हैं कि अगर बच्चे खाना खाते समय कार्टून देख रहे हैं, तो वे बिना ध्यान दिए अधिक मात्रा में खा सकते हैं। हालांकि, यह हमेशा सही नहीं होता, लेकिन कुछ मामलों में यह तरीका काम करता है।
4. मनोरंजन के साथ खाने का आनंद
बच्चे स्वाभाविक रूप से ऐसी गतिविधियों का आनंद लेते हैं, जिनमें उन्हें मनोरंजन मिले। कार्टून देखने के साथ खाना खाने से उनके लिए भोजन का समय मनोरंजक बन जाता है।
बोरियत से बचना
खाने के समय बच्चों को कई बार बोरियत महसूस होती है, खासकर जब उन्हें बार-बार वही भोजन दिया जाता है। कार्टून देखने से उनकी बोरियत दूर हो जाती है और वे खाना खाने के प्रति उत्साहित रहते हैं।
भावनात्मक संतुष्टि
कार्टून देखने से बच्चे भावनात्मक रूप से खुश और संतुष्ट रहते हैं। यह खुशी उनके खाने के अनुभव को बेहतर बनाती है और वे आसानी से खाना खा लेते हैं।
5. कार्टून देखने के नुकसान
हालांकि बच्चों को खाना खिलाने के लिए कार्टून दिखाना एक आसान तरीका लगता है, लेकिन इसके कई नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं।
स्वास्थ्य पर प्रभाव
कार्टून देखते समय बच्चे बिना ध्यान दिए खाना खाते हैं, जिससे उनकी खाने की आदतें बिगड़ सकती हैं। यह आदत धीरे-धीरे मोटापे, अपच, और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है।
संज्ञानात्मक विकास पर प्रभाव
खाने के समय कार्टून देखने से बच्चे का ध्यान खाने पर नहीं होता। इससे उनकी संज्ञानात्मक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, क्योंकि वे खाना खाने का सही अनुभव नहीं ले पाते।
माता-पिता पर निर्भरता
अगर बच्चे हमेशा खाने के समय कार्टून देखते हैं, तो वे इसके बिना खाना खाने से इंकार कर सकते हैं। इससे माता-पिता पर बच्चों की निर्भरता बढ़ जाती है, और बच्चों का स्वतंत्रता से खाना खाने की आदत विकसित नहीं हो पाती।
6. समाधान: संतुलन बनाना
बच्चों को खाना खिलाते समय कार्टून दिखाना अगर एक नियमित आदत बन जाए, तो इसके नकारात्मक प्रभाव हो सकते हैं। इसलिए, इस आदत को संतुलित करना आवश्यक है।
सीमित समय का नियम
माता-पिता को चाहिए कि वे बच्चों को खाने के समय कार्टून दिखाने का समय सीमित करें। इससे बच्चे अन्य समय में भी खाना खाने की आदत डाल सकते हैं।
पारिवारिक बातचीत
खाने के समय परिवार के साथ बातचीत करना बच्चों के लिए लाभकारी होता है। यह उनके संज्ञानात्मक और सामाजिक विकास में मदद करता है। परिवार के सभी सदस्य एक साथ बैठकर खाना खाएं और बातचीत करें, इससे बच्चे का ध्यान भी भोजन पर केंद्रित रहेगा।
स्वस्थ भोजन की आदतें
बच्चों में स्वस्थ भोजन की आदतें विकसित करना आवश्यक है। उन्हें यह सिखाएं कि खाना खाने का समय महत्वपूर्ण है और इसे ध्यान से और बिना किसी विकर्षण के करना चाहिए।
निष्कर्ष
बच्चों को फ़ोन देखना क्यों है पसंद?: बच्चे खाना खाते समय कार्टून देखने की आदत इसलिए विकसित करते हैं क्योंकि उन्हें कार्टून का आकर्षण होता है और माता-पिता की सुविधा के लिए यह तरीका अपनाया जाता है। हालांकि, यह आदत बच्चों के स्वास्थ्य और विकास के लिए हानिकारक हो सकती है। माता-पिता को इस आदत को संतुलित करने की कोशिश करनी चाहिए ताकि बच्चे सही तरीके से खाना खाएं और उनका संपूर्ण विकास हो सके।
Nice blog on kids