सकारात्मक पेरेंटिंग के लिए बच्चों के साथ समय बिताएं, उनकी भावनाओं को समझें, और उन्हें खुलकर बात करने का मौका दें। बच्चों की गलतियों पर डांटने के बजाय उन्हें प्यार से समझाएं। उनकी रुचियों को प्रोत्साहित करें और आत्मनिर्भर बनने की शिक्षा दें। अनुशासन सिखाते समय धैर्य रखें। उनकी जरूरतों का ध्यान रखें और एक मजबूत, भरोसेमंद रिश्ता बनाएं ताकि वे आपसे हमेशा जुड़े रहें।